INDICATORS ON SHIV CHALISA IN HINDI LYRICS YOU SHOULD KNOW

Indicators on shiv chalisa in hindi lyrics You Should Know

Indicators on shiv chalisa in hindi lyrics You Should Know

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कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।

जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥

तदा एव काश्चन परीक्षाः समाप्ताः भवन्ति।

जय जय जय अनंत अविनाशी । करत कृपा सब के घटवासी ॥

बिद्यावान गुनी अति चातुर। राम काज करिबे को आतुर।।

नित्त नेम उठि प्रातः ही, पाठ करो चालीसा।

अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी । क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

और मनोरथ जो कोई लावै। सोई अमित जीवन फल पावै।।

वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

अर्थ: जो कोई भी धूप, दीप, नैवेद्य चढाकर भगवान शंकर के सामने इस पाठ को सुनाता है, भगवान भोलेनाथ उसके जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश करते हैं। अंतकाल में भगवान शिव के धाम शिवपुर अर्थात स्वर्ग की प्राप्ति होती है, उसे मोक्ष मिलता है। अयोध्यादास को प्रभु आपकी आस है, आप तो सबकुछ जानते हैं, इसलिए हमारे सारे दुख दूर करो भगवन।

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

O Wonderful Lord, consort of Parvati You might be most merciful . You usually bless the bad and pious devotees. Your beautiful variety is adorned with the moon on the get more info forehead and on your ears are earrings of snakes’ hood.

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